NCERT Solutions for Class 5 Hindi Grammar Chapter 1 भाषा और व्याकरण (Bhasha aur Vyakaran) updated for academic session 2023-2024 CBSE and stated board students. Contents are free to use without any format login or password. This chapter describe all the terms related to भाषा और व्याकरण for standard 5 students.
Class 5 Hindi Grammar Chapter 1 Bhasha aur Vyakaran
कक्षा: 5 | हिंदी व्याकरण |
अध्याय: 1 | भाषा और व्याकरण |
NCERT Class 5 Hindi Grammar Chapter 1 Bhasha aur Vyakaran
भाषा और व्याकरण
वह साधन जिसके द्वारा मनुष्य अपने विचार बोलकर या लिखकर दूसरों तक पहुँचाता है और दूसरों के विचारों को सुनकर अथवा पढ़कर समझाता है, भाषा कहलाता है।
बातचीत करना – लिखना – सुनना – पढ़ना
पशु-पक्षी भी अनेक प्रकार की ध्वनियाँ निकाल कर अपने भावों का आदान-प्रदान करते हैं, किंतु उन ध्वनियों को भाषा नहीं कहा जाता। केवल मनुष्य भाषा बोलते हैं। हमारे जीवन में भाषा का बहुत महत्व है। सोचो, यदि भाषा न हो तो क्या स्थिति होगी। हम अपने मन की बात दूसरों तक कैसे पहुँचाएँगे या दूसरों के विचार कैसे जानेंगे। भाषा के बिना तो हम सब गूंगे हो जाएंगे।
भाषा के रूप हम बोलकर और लिखकर अपने विचार प्रकट करते हैं। इस प्रकार भाषा के दो रूप होते हैं:
- 1. मौखिक भाषा
- 2. लिखित भाषा
1. मौखिक भाषाः यह भाषा का वह रूप है जिसे हम मुँह से बोलते हैं और कानों से सुनकर समझते हैं। जैसे- बातचीत, भाषण, कहनी, सुनना आदि।
2. लिखित भाषा: यह भाषा का वह रूप है जिसे लिखकर प्रकट किया जाए और पढ़कर समझा जाए। जैसे- पत्र-लेखन, निबंध-लेखन, समाचार-पत्र, पुस्तक पढ़ना आदि।
हम जानते हैं कि भारत में बहुत-सी भाषाएँ बोली जाती हैं। जैसे-कश्मीर में कश्मीरी, बंगाल में बांग्ला, केरल में मलयालम, उड़ीसा में उड़िया, गुजरात में गुजराती, मध्य प्रदेश में हिंदी आदि। इसी तरह संसार के अलग-अलग देशों में भी अलग-अलग भाषाएँ बोली जाती हैं।
लिपि
भाषा को संकेतों या चिन्हों द्वारा लिखने की प्रणाली को लिपि कहते हैं। लिखने के लिए कुछ चिह्न निश्चित किए गए हैं। ये चिह्न ही लिपि कहलाते हैं। दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि लिखने के ढंग अथवा रीति को लिपि कहते हैं। हर भाषा की अपनी विशेष लिपि होती है।
कुछ भाषायें और उनकी लिपियों के नाम नीचे दिए गए हैं:
भाषा का नाम | लिपि का नाम |
---|---|
हिंदी | देवनागरी |
उर्दू | फारसी |
पंजाबी | गुरूमुखी |
अंग्रेज़ी | रोमन |
संस्कृत | देवनागरी |
व्याकरण
किसी भाषा को शुद्ध बोलने, पढ़ने तथा लिखने के नियमों का ज्ञान हमें व्याकरण द्वारा होता है। जैसे: मोहन खाना खाती है। यह वाक्य अशुद्ध है। शुद्ध वाक्य होगा: ‘मोहन खाना खाता है।’ मोहन पुल्लिंग है, इसलिए यह हमें व्याकरण के ज्ञान द्वारा ही पता चलता है।
भाषा क्या है? और उसके कितने रूप हैं?
वह साधन जिसके द्वारा मनुष्य अपने विचार बोलकर या लिखकर दूसरों तक पहुँचाता है और दूसरों के विचारों को सुनकर अथवा पढ़कर समझाता है, भाषा कहलाती है।
भाषा के निम्नलिखित रूप हैं:
(i). बातचीत करना
(ii). लिखना
(iii). सुनना
(iv). पढ़ना
हमारे देश भारत में कितनी भाषाओं को संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त है?
हम जानते हैं कि भारत में बहुत-सी भाषाएँ बोली जाती हैं। जैसे: कश्मीर में कश्मीरी, बंगाल में बांग्ला, केरल में मलयालम, उड़ीसा में उड़िया, गुजरात में गुजराती, मध्य प्रदेश में हिंदी आदि।
भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची भारत की भाषाओं से संबंधित है। इस अनुसूची में 22 भारतीय भाषाओं को शामिल किया गया है। इसके बाद, कोंकणी भाषा, मणिपुरी भाषा, और नेपाली भाषा को 1992 ई. में जोड़ा गया। हाल में 2003 में बोड़ो भाषा, डोगरी भाषा, मैथिली भाषा, और संथाली भाषा शामिल किए।
लिपि क्या है? संसार में प्रचलित कुछ प्रमुख लिपियों के बारे में लिखिए।
भाषा को संकेतों या चिन्हों द्वारा लिखने की प्रणाली को लिपि कहते हैं। लिखने के लिए कुछ चिह्न निश्चित किए गए हैं। ये चिह्न ही लिपि कहलाते हैं। दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि लिखने के ढंग अथवा रीति को लिपि कहते हैं। हर भाषा की अपनी विशेष लिपि होती है। कुछ भाषाओं और उनकी लिपियों के नाम नीचे दिए गए हैं
भाषा का नाम – लिपि का नाम
हिंदी – देवनागरी
उर्दू – फारसी
संस्कृत – देवनागरी
पंजाबी – गुरूमुखी
अंग्रेज़ी – रोमन