Class 7 Hindi Grammar Chapter 12 सर्वनाम का रूप परिवर्तन (Sarvnam ka Roop Parivartan). Practice here 7th Hindi Vyakaran Sarvnam aur uske roop revised and updated examples for session 2024-25. These Vyakaran contents are useful for all state boards like UP Board, MP Board and CBSE boards also. Practice here to solve your doubts in Hindi Vyakaran and perform well in school evaluations. It is helpful for school’s unit tests as well as terminal exams.

कक्षा 7 हिन्दी व्याकरण पाठ 12 सर्वनाम का रूप परिवर्तन

कक्षा: 7 हिन्दी व्याकरण
अध्याय: 12 सर्वनामों का रूप परिवर्तन

सर्वनाम का रूप परिवर्तन

जिस प्रकार संज्ञा शब्दों में कारक-चिह्न विकार उत्पन्न करते हैं उसी प्रकार सर्वनाम शब्दों के साथ जब कारक चिह्नों का प्रयोग किया जाता है तो उनके रूप में विकार आ जाता है। सर्वनाम का प्रयोग एकवचन और बहुवचन दोनों में होता है। जैसे- मैं-हम, वह-वे, यह-ये, इसका-इनका आदि। संबंधवाचक के अतिरिक्त अन्य किसी कारक के कारण सर्वनाम शब्द का लिंग परिवर्तन नहीं होता। संबोधन कारक में सर्वनाम शब्दों का रूप-परिवर्तन नहीं होता। सर्वनाम में संबोधन कारक इसलिए नहीं होता क्योंकि किसी को सर्वनाम द्वारा पुकारा नहीं जाता।

पुरुषवाचक उत्तम पुरुष “मैं”

कारक एकवचन बहुवचन
कर्ता मैं, मैंने हम, हमने
कर्म मुझे, मुझको हम, हमको
करण मुझे, मेरे द्वारा हमें, हमारे द्वारा
संप्रदान मुझसे, मुझको, मेरे लिए हमें, हमको, हमारे लिए
अपादान मुझसे हमसे
संबंध मेरा, मेरी, मेरे हमारा, हमारी, हमारे
अधिकरण मुझमें, मुझ पर हममें, हम पर

पुरुष वाचक मध्यम पुरुष “तू”

कारक एकवचन बहुवचन
कर्ता तू, तूने तुम, तुमने
कर्म तुझे, तुमको तुम्हें, तुमको
करण तुझसे, तेरे द्वारा तुमसे, तुम्हारे द्वारा
संप्रदान तुझे, तेरे लिए तुमसे, तुम्हारे लिए
अपादान तुझसे तुमसे
संबंध तेरा, तेरी, तेरे तुम्हारी, तुम्हारा, तुम्हारे
अधिकरण तुझमें, तुझ पर तुम्हें, तुम पर

अन्य पुरुष “वह”

कारक एकवचन बहुवचन
कर्ता वह, उसने वे, उन्होंने
कर्म उसे, उसको उन्हें, उनको
करण उससे, उसके द्वारा उनसे, उनके द्वारा
संप्रदान उसको, उसे, उसके लिए उनको, उन्हें, उनके लिए
अपादान उससे उनसे
संबंध उसका, उसकी, उसके उनका, उनकी, उनके
अधिकरण उसमें, उस पर उनमें, उन पर

आदरसूचक “आप”

कारक एकवचन बहुवचन
कर्ता आप
कर्म अपने को
करण अपने से, अपने द्वारा
संप्रदान अपने को, अपने लिए
अपादान अपने से
संबंध अपना, अपने, अपनी
अधिकरण अपने में, अपने पर

(“आप” सर्वनाम आदरार्थक होने के कारण हमेशा बहुवचन में ही प्रयुक्त होता है ।)

अनिश्चयवाचक “कोई”

कारक एकवचन बहुवचन
कर्ता कोई, किसी ने कोई, किन्होंने
कर्म किसी को किन्हीं को
करण किसी से, किसी के द्वारा किन्हीं से, किन्हीं के द्वारा
संप्रदान किसी को, किसी के लिए किन्हीं को, किन्हीं के लिए
अपादान किसी से किन्हीं से
संबंध किसी, किसी की, किसी के किन्हीं का, किन्हीं की, किन्हीं के
अधिकरण किसी में, किसी पर किन्हीं में, किन्हीं पर

निश्चयवाचक “यह”

कारक एकवचन बहुवचन
कर्ता यह, इसने ये, इन्होंने
कर्म इसे, इसको इन्हें, इनको
करण इससे, इसके द्वारा इनसे, इनके द्वारा
संप्रदान इसे, इसके लिए, इसको इन्हें, इनके लिए, इनको
अपादान इससे इनसे
संबंध इसका, इसकी, इसके इनका, इनकी, इनके
अधिकरण इसमें, इस पर इनमें, इन पर

प्रश्नवाचक “कौन”

कारक एकवचन बहुवचन
कर्ता कौन, किसने कौन, किन्होंने
कर्म किसे, किसको किन्हें, किनको
करण किससे, किसके द्वारा किनसे, किनके द्वारा
संप्रदान किसे, किसको, किसके लिए किन्हें, किनको, किनके लिए
अपादान किससे किनसे
संबंध किसका, किसकी, किसके किनका, किनकी, किनके
अधिकरण किसमें, किस पर किसका, किसकी, किसके

संबंधवाचक “जो”

कारक एकवचन बहुवचन
कर्ता जो, जिसने जो, जिन्होंने
कर्म जिसे, जिसको जिन्हें, जिनको
करण जिससे, जिसके द्वारा जिनसे, जिनके द्वारा
संप्रदान जिसको, जिसे, जिसके लिए जिनको, जिन्हें, जिनके लिए
अपादान जिससे जिनसे
संबंध जिसका, जिसकी, जिसके जिनका, जिनकी, जिनके
अधिकरण जिसमें, जिस पर जिनमें, जिन पर
Class 7 Hindi Grammar Chapter 12 सर्वनाम का रूप परिवर्तन
Class 7 Hindi Grammar Chapter 12
सर्वनाम का रूप परिवर्तन
Last Edited: June 22, 2023