Class 5 Hindi Grammar (Vyakaran) हिंदी व्याकरण updated for academic session 2023-2024 for CBSE as well as State board students free to use or download. Here we will learn about Bhasha aur Vyakaran, Varn Vichar, Sangya ke Vachan, ling aur karak, Sarvnam, Visheshan, Kriya, Kaal, Avikari Shabd, Shuddh Vartani, Vakya ttha Shabd Nirman aadi.
CBSE NCERT Class 5 Hindi Grammar, Hindi Vyakaran
कक्षा: | 5 |
विषय: | हिंदी व्याकरण |
Get here teh chapters of Class 5 Hindi Vyakaran
- Class 5 Hindi Vyakaran Chapter 1 भाषा और व्याकरण
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 2 वर्ण विचार
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 3 संज्ञा
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 4 लिंग, वचन और कारक
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 5 सर्वनाम
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 6 विशेषण
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 7 क्रिया
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 8 काल
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 9 अविकारी शब्द
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 10 शुद्ध वर्तनी
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 11 वाक्य
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 12 शब्द निर्माण
- Class 5 Hindi Vyakaran Chapter 13 पर्यायवाची शब्द
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 14 विलोम शब्द
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 15 श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 16 अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 17 विराम-चिह्न
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 18 मुहावरे
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 19 अपठित गद्यांश
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 20 पत्र लेखन
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 21 अनुच्छेद लेखन
- Class 5 Hindi Grammar Chapter 22 कहानी लेखन
Syllabus for Class 5 Hindi Grammar (हिंदी व्याकरण)
भाषा, वर्ण विचार और संज्ञा
- भाषा और व्याकरण
इस अध्याय में हम जानेंगे कि भाषा किसे कहते हैं और इसका क्या महत्त्व होता है। हम कैसे अपने विचार भाषा के माध्यम से दूसरों तक पहुंचाते हैं । हम यहाँ भाषा के दोनों रूपों, मौखिक और लिखित, के बारे में उदहारण सहित समझेगें । - वर्ण विचार
हम यहाँ जानेंगे भाषा की सबसे छोटी इकाई के बारे में अर्थात वर्ण के बारे में। हिंदी भाषा के सभी 44 वर्णों को व्यवस्थित रूप से एक समूह में रखते हैं जिसे वर्णमाला कहते हैं। - संज्ञा
इस अध्याय में हम संज्ञा तथा इसके विभिन्न प्रकारों के बारे में पढेंगे। संज्ञा के पाँच प्रकार होते हैं – व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक तथा द्रव्यवाचक। - संज्ञा के विकार: लिंग, वचन और कारक
हम जानते हैं कि शब्द के जिस रूप से किसी संज्ञा के स्त्री या पुरुष जाति होने का पता चलता है, उसे लिंग कहते हैं। यहाँ हम स्त्रीलिंग तथा पुल्लिंग शब्दों की विविधता को समझेंगे, शब्द के दोनों भेदों – विकारी तथा अविकारी शब्दों के बारे में जानेंगें।
सर्वनाम, विशेषण, क्रिया और काल
- सर्वनाम
संज्ञा की ही तरह, इस अध्याय में हम सर्वनाम तथा उसके छः भेदों – पुरुषवाचक, विश्चयवाचक, अनिश्चयवाचक, संबंधवाचक, प्रश्नवाचक तथा निजवाचक – के बारे में उदहारण सहित पढेंगे। - विशेषण
इसमें हम संज्ञा अथवा सर्वनाम शब्दों की विशेषता बताने वाले शब्दों का अध्ययन करेंगे। विशेषण के कई प्रकार होते हैं। सभी प्रकारों को वाक्यों की मदद से समझेंगे। - क्रिया
अध्याय 7 में हम जानेंगे कि अकर्मक क्रिया या सकर्मक क्रिया किसे कहते हैं तथा वाक्यों में इसका प्रयोग कैसे किया जाता है। उचित क्रिया शब्दों का प्रयोग करके शब्दों को सही करना भी नीचे अभ्यास में दिया गया है। - काल
कक्षा 5 हिंदी व्याकरण, अध्याय 8 में हम काल के बारे में पढेंगे जैसे काल किसे कहते हैं और यह कितने प्रकार के होते हैं। वर्तमान, भूत और भविष्य काल के विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से काल के सभी भेदों के बारे में जानेंगे।
अविकारी शब्द, वर्तनी, वाक्य तथा शब्द निर्माण
- अविकारी शब्द
इस अध्याय में हम उन शब्दों को जानेंगे जिनके रूप में विकार या परिवर्तन होता है। विकारी और अविकारी शब्द क्या होते हैं और इनके कितने प्रकार होते हैं। सभी भेदों के लिए अभ्यास प्रश्न तथा उनके उत्तर हैं। - शुद्ध वर्तनी
यहाँ हम पढेंगे कि शुद्ध वर्तनी क्या है और आज की हिंदी में इसका क्या महत्त्व है। लिखते समय अशुद्धियों को कैसे दूर करेंगे। सामान्यतः प्रयोग होने वाले शब्द में शुद्ध तथा अशुद्ध शब्द कौन से हैं। - वाक्य
इस अध्याय में हम सीखेंगे किस प्रकार शब्दों को जोड़कर अर्थपूर्ण वाक्य बनाया जाता है। वाक्य के अंगों – उद्देश्य तथा विधेय – के बारे में समझकर, उनका वाक्यों में सही प्रयोग करना। - शब्द निर्माण
इस अध्याय में उपसर्ग तथा प्रत्य द्वारा बनाने वाले शब्दों को जानेंगे। मूल शब्दों के आगे या पीछे कुछ शब्दांश लगा कर नए शब्दों को बनाया जाता है जिनका अर्थ मूल शब्द से बिलकुल अलग होता है।
पर्यायवाची तथा विलोम शब्द और विराम चिन्ह
- पर्यायवाची शब्द
पर्यायवाची या समानार्थी शब्द वे शब्द होते हैं जिनका अर्थ लगभग एक ही होता है। इन्हीं एक समान अर्थ प्रकट करने वाले शब्दों को इस अध्याय में पढेंगे। - विलोम (विपरीतार्थक) शब्द
विलोम शब्द समानार्थी शब्दों के विपरीत होते हैं। ये शब्द का उल्टा या विपरीत अर्थ देते हैं। समानार्थी तथा विलोम शब्दों का हिंदी वाक्य रचना में विशेष महत्त्व है। - श्रुतिसम भिन्नार्थक शब्द
कुछ शब्द ऐसे होते हैं जो सुनने में एक जैसे प्रतीत होते हैं परन्तु उनके अर्थ भिन्न – भिन्न होते हैं। इन शब्दों को ही हम इस अध्याय में समझेंगे। इस शब्दों को वाक्य प्रयोग द्वारा अच्छी तरह से समझा जा सकता है। - अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
कई बार कुछ शब्द एक शब्द समूह को संबोधित करते हैं। इन्हीं शब्दों को अनेक के लिए एक शब्द कहते हैं। - विराम चिन्ह
वाक्यों के बीच में थोड़ी देर रुकने के लिए प्रयोग किए गए संकेतों को विराम चिन्ह कहते हैं। विराम चिन्ह कई प्रकार के होते हैं। प्रत्येक विराम चिन्ह का अपना अलग महत्त्व होता है।
मुहावरे, गद्यांश, पत्र, अनुच्छेद तथा कहानी लेखन
- मुहावरे
मुहावरे और लोकोक्तियों का प्रयोग भाषा को प्रभावशाली बनाने के लिए किया जाता है। मुहावरों का प्रयोग करने से कम शब्दों में ही हम अपनी बात को ज्यादा अच्छी तरह समझा सकते हैं। इस अध्याय में दिए गए मुहावरे परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। - अपठित गद्यांश
अपठित गद्यांश वह खंड होता है जिसे विद्यार्थी ने पहले नहीं पढ़ा होता है। इसमें पूंछे गए प्रश्नों को ध्यान पूर्वक पढ़कर गद्यांश के अनुसार उपयुक्त उत्तर देना होता है। - पत्र, अनुच्छेद तथा कहानी लेखन
पत्र के लिए विद्यार्थी को विषय को ध्यान में रखकर केवल प्रमुख बातों को ही लिखना चाहिए। कहानी या अनुच्छेद में किसी विषय वस्तु पर विद्यार्थी की अभिव्यक्ति की परख की जाती है। इसलिए कहानी या अनुच्छेद लिखते समय कहानी के सभी पहलुओं को समान रूप से वर्णित करना चाहिए।
Last Edited: March 29, 2023